शब्द
सृष्टि, मार्च- 2021, अंक – 8
बरसे
प्रेम के रंग
सजन
के संग
भीजे
सब अंग
पावन
पर्व होली की पुनीत कामनाओं सहित .....
विचार स्तवक – डॉ. एस. पी. उपाध्याय / डॉ. मदन मोहन शर्मा / डॉ. पूर्वा शर्मा
शब्द संज्ञान – डॉ. हसमुख परमार
आलेख – होली विषयक हिन्दी फ़िल्मी गीत – रवि शर्मा
कविता – आई होली! – डॉ. सुरंगमा यादव
निबंध – होली – डॉ. अनिला मिश्रा
कविता / हाइकु – रंग / फगुआ – डॉ. जेन्नी शबनम
कविता – इस बार यूँ होली – सत्या शर्मा ‘कीर्ति’
कहानी – प्रेम की होली – प्रेमचंद
कविता/ हाइकु – होली है भाई होली है – रमेश कुमार सोनी
उपन्यास का अंश – गोदान – प्रेमचंद
कविता – होली में हुडदंग – पुरुषोत्तम कड़ेल
सभी स्तंभ होली के रंगों से सराबोर दिखे,अच्छे संपादन का असर,अच्छी रचनाएँ- सभी को बधाई।
जवाब देंहटाएंआप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
बहुत सुंदर अंक। हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंहोली के रंगों में भीगा ख़ूबसूरत अंक...हार्दिक बधाई।
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