शनिवार, 27 मार्च 2021

अंक – 8

 


शब्द सृष्टि, मार्च- 2021, अंक – 8 

बरसे प्रेम के रंग

सजन के संग  

भीजे सब अंग

पा र्व होली की पुनी कानाओं हि .....


विचार स्तवक – डॉ. एस. पी. उपाध्याय / डॉ. मदन मोहन शर्मा / डॉ. पूर्वा शर्मा


शब्द संज्ञान – डॉ. हसमुख परमार


आलेख – होली विषयक हिन्दी फ़िल्मी गीत – रवि शर्मा


कविता – आई होली! – डॉ. सुरंगमा यादव


निबंध – होली – डॉ. अनिला मिश्रा


कविता / हाइकु – रंग / फगुआ – डॉ. जेन्नी शबनम


लघुकथा – रंग – अशोक भाटिया


कविता – इस बार यूँ होली – सत्या शर्मा ‘कीर्ति’


कहानी – प्रेम की होली – प्रेमचंद


कविता/ हाइकु – होली है भाई होली है – रमेश कुमार सोनी


उपन्यास का अंश – गोदान – प्रेमचंद


कविता – होली में हुडदंग – पुरुषोत्तम कड़ेल


लघुकथा – होली – डॉ. आशा पथिक


3 टिप्‍पणियां:

  1. सभी स्तंभ होली के रंगों से सराबोर दिखे,अच्छे संपादन का असर,अच्छी रचनाएँ- सभी को बधाई।
    आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ ।

    जवाब देंहटाएं
  2. होली के रंगों में भीगा ख़ूबसूरत अंक...हार्दिक बधाई।

    जवाब देंहटाएं

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