शुक्रवार, 28 मई 2021

मई - 2021, अंक – 10

 


शब्द सृष्टि,  मई - 2021, अंक – 10


विचार स्तवक

शब्द संज्ञान – डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र

व्यंग्य – एक आदर्श भारतीय गाँव – संपत सरल

चोका – ज्योत्स्ना प्रदीप

आलेख – अमीर खुसरो के साहित्यिक अवदान का महत्व – डॉ. हसमुख परमार

कविता – हम पक्षी हैं प्यार के – त्रिलोक सिंह ठकुरेला

लोककथा – मेहंदी – अनिता मंडा

मुकरियाँ – अमीर खुसरो / भारतेन्दु / त्रिलोक सिंह ठकुरेला

आलेख – हिन्दी व्यंग्य के प्रमुख हस्ताक्षर – डॉ. भावना ठक्कर

कविता – खुशीपुर का सफ़र – प्रीति अग्रवाल

लघुकथा – (1) चौथा बंदर – शरद जोशी / (2) धरती का काव्य – श्यामनंदन शास्त्री

परिचय – काका हाथरसी – डॉ. पूर्वा शर्मा

10 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छे अंक की बधाई। लगातार निखरते जा रहा है आपका संपादकीय -शुभकामनाएँ।
    मुकरी पहली बार पढ़ा -ऐसे ही कुछ और विधाओं को भी पटल में शामिल कीजिए। हाइकु की कमी अगले अंक में पूरा कीजिएगा।

    जवाब देंहटाएं
  2. आपको बहुत सुंदर अंक हेतु बधाई।
    आपका संपादकीय बहुत अच्छा लगा और अन्य विधाओं में सम्मिलित रचनाएँ भी। हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  3. बेहतरीन अंक...बधाई एवं शुभकामनाएं...।

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत ही सुन्दर एवम् महत्वपूर्ण अंक।
    सराहनीय साहित्यिक कमॅ......👏👏👏

    जवाब देंहटाएं
  5. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  6. शब्द सृष्टि का शुक्रवार 28 मई , वर्ष 2021 का अंक देखने को मिला। शब्द सृष्टि एक सुंदर साहित्यिक प्लेटफार्म है जिसके तहत सभी अपने विचारों का आदान प्रदान करते हैं। इसके संपादक , संचालक व लेखक सभी बधाई के पात्र हैं।
    शब्द संज्ञान के अंतर्गत डॉ. योगेंद्रनाथ मिश्र शब्दों का एक व्यवस्थित अर्थ का ज्ञान कराते हैं तथा संज्ञा, सर्वनाम , विशेषण, लिंग , वचन, कारक, संधि, समास आदि के शब्दों का एक व्यवस्थित अर्थ पाठकों तक पहुंचाते हैं जो शब्द सृष्टि के महत्व को और भी बढ़ा देता है।
    डॉ हसमुख परमार का आलेख अमीर खुसरो के साहित्यिक अवदान का महत्व, निश्चित रूप से तारीफ ए काबिल है क्योंकि उन्होंने इसमें अमीर खुसरो का परिचय तो दिया ही है साथ ही साहित्य में उनके योगदान को भी विस्तार से बताया है।
    इसके साथ ही त्रिलोक सिंह ठाकुरेला , अनीता मंडा, डॉ भावना ठक्कर, डॉ. पूर्वी शर्मा आदि की रचनाएं भी बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।
    यह शब्द सृष्टि साहित्यिक मंच निरंतर अबाध गति से आगे बढ़ता रहे यही मेरी शुभकामना है।
    +++
    डॉ. माया प्रकाश पांडे, हिंदी विभाग, कला संकाय, महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय, बडौदा, गुजरात।

    जवाब देंहटाएं

अप्रैल 2024, अंक 46

  शब्द-सृष्टि अप्रैल 202 4, अंक 46 आपके समक्ष कुछ नयेपन के साथ... खण्ड -1 अंबेडकर जयंती के अवसर पर विशेष....... विचार बिंदु – डॉ. अंबेडक...