शनिवार, 30 नवंबर 2024

नवम्बर 2024, अंक 53

 


शब्द-सृष्टि

नवम्बर 2024, अंक 53

शब्द सृष्टि का 53वाँ अंक  

1 अंक के बहाने... – प्रो. हसमुख परमार

2 अंक के बारे में.... – डॉ. पूर्वा शर्मा

व्याकरण विमर्श – 1. योजक वाक्य 2. अनुस्वार तथा अनुनासिक का उच्चारण-स्थान – डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र

ताँका – भीकम सिंह

दिन कुछ खास है! – 1. निर्विवाद सर्वोच्च नेता 2. झारखंड दिवस – सुरेश चौधरी

कविता – जीवन में ठहराव – मीनू बाला

आलेख – तनाव प्रबंधन और तुलसी साहित्य – डॉ. सुपर्णा मुखर्जी

कविता – हेमंत ऋतु – सुरेश चौधरी

आलेख – भारतीय साहित्य और भारतीयता – प्रो. शिवप्रसाद शुक्ल

कविता – गुणकारी फल – डॉ. राजकुमार शांडिल्य

सामयिक टिप्पणी – 1. यहाँ तक आते-आते सूख जाती हैं कई नदियाँ 2. जब घर ही बन जाए वधस्थल!– डॉ. ऋषभदेव शर्मा

विशेष – यात्रा की राह पर विचार यात्रा – अश्विन शर्मा

6 टिप्‍पणियां:

  1. उद्देश्य तथा रचना की दृष्टि से शब्द सृष्टि का एक और सफल अंक प्रकाशित करने हेतु हार्दिक बधाई ।

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  2. शब्द सृष्टि के हर अंक को देखने और पढ़ने का एक अलग ही आनंद और अनुभव।
    प्रो.हसमुख परमार सर और डाॅ.पूर्वा शर्मा जी का आभार 🙏🙏💐💐

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  3. हर बार की तरह शब्द-सृष्टि का यह अंक भी उत्कृष्ट और महत्वपूर्ण है। सभी आलेख तो नही पढ़ सका लेकिन अंक के बहाने और अंक के बारे में, को पढ़ते हुए, डॉ. योगेंद्रनाथ मिश्र और आचार्य शिवप्रसाद शुक्ल के आलेखों की तरफ भी सरसरी निगाह गयी। जहाँ अंक के बहाने प्रो. हसमुख परमार जी लेखकीय प्रतिभा का एक कैनवास खींचते हैं वहीं डॉ. पूर्वा शर्मा शब्द सृष्टि की अब तक की सुखद यात्रा को शब्दों में सहजता से पिरोती हैं। डॉ. मिश्र जी का आलेख हर बार की भांति हम विद्यार्थियों के लिए लाभप्रद और उपयोगी है। आचार्य शिवप्रसाद शुक्ल अपने आलेख में भारतीय साहित्य और भारतीयता को प्रचीन संस्कृत परम्परा से जोड़ते हुए हिन्दी अंग्रेजी उदाहरणों के साथ कम शब्दों में बेहतरीन ढंग से समझाने का प्रयत्न किया है। इस उत्कृष्ट अंक में शामिल सभी रचनाकारों और पत्रिका के मार्गदर्शक गुरूवर प्रो. हसमुख परमार सर और संपादिका महोदया डॉ. पूर्वा शर्मा जी को हार्दिक बधाई।

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  4. Beautiful और ज्ञानवर्धक अंक। स्नेहपूर्ण बधाई। 🌹🌷🌺
    SONA

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