शब्द सृष्टि
मार्च 2022,
अंक- 20
शब्द संज्ञान – डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र
प्रासंगिक
कविता
1.मातृभाषा 2. स्त्री शक्ति – डॉ.अनु मेहता
आलेख
समाजवाद के पुरोधा : डॉ. राममनोहर लोहिया – डॉ.हसमुख परमार
हिन्दी लोकगीतों में होली के विविध रंग – डॉ. पूर्वा शर्मा
लघुकथा – वेदना की तरंगें – विभा रश्मि
चित्र कविता – डॉ. पूर्वा शर्मा
विशेष
दक्षिण गुजरात की चौधरी जनजाति का लोकवाद्य : देवडोवळी – विमल चौधरी
साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत : चन्द्रभान ख़याल
संस्मरण
डॉ. ऋषभदेव शर्मा : मेरे अपने – डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र
हाइकु
1.त्रिनेत्रधारी 2. होली – डॉ. लता अग्रवाल ‘तुलजा’
किताब : केसर
(क्षणिका संग्रह – कंचन अपराजिता)
मन की खूबसूरती से रंगी- केसर – सत्या शर्मा ‘कीर्ति’
સુંદર
जवाब देंहटाएंगुरुवर डॉ० हँसमुख परमार सर के निर्देशन में प्रकाशित शब्द सृष्टि का यह अंक बहुत ही रोचक और महत्त्वपूर्ण है। इस अंक के सभी आलेख रुचिकर और साहित्यिक जगत के नवीन हस्ताक्षर हैं। डॉ हँसमुख परमार सर के हम बेहद आभारी हैं कि सर ने शब्द सृष्टि का हमें भी हिस्सा बनाया।
जवाब देंहटाएंगुरुवर डॉ० हँसमुख परमार सर के निर्देशन में डॉ० पूर्वा शर्मा द्वारा संपादित शब्द सृष्टि का यह अंक बहुत ही रोचक और महत्त्वपूर्ण है। इस अंक के सभी आलेख रुचिकर और साहित्यिक जगत के नवीन हस्ताक्षर हैं। डॉ हँसमुख परमार सर और डॉ० पूर्वा शर्मा जी के हम बेहद आभारी हैं कि इन्होंने ने शब्द सृष्टि का हमें भी हिस्सा बनाया।
जवाब देंहटाएंकुलदीप कुमार 'आशकिरण'
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मनमोहक और ज्ञानवर्धक विषय वस्तु ...... कलात्मक प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अंक के लिए संपादिका डॉ . पूर्वा जी और हसमुख सर को हार्दिक बधाई 💐💐🙏🙏
Vicky
पिछले अंकों की भाँति सहेजकर रखने योग्य अंक । हार्दिक बधाई 💐🙏
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