शब्द-सृष्टि
अप्रैल 2024, अंक 46
आपके समक्ष कुछ नयेपन के साथ...
खण्ड -1 अंबेडकर जयंती के अवसर पर विशेष.......
मत-अभिमत – डॉ. राममनोहर लोहिया / वीर सावरकर/ मोहन सिंह/ जान ग्रन्थर/ पं.श्रीराम शर्मा
विशेष पुस्तक-पृष्ठ – ‘युगपुरुष अंबेडकर’ ( उपन्यास-राजेन्द्र मोहन भटनागर ) से.......
विवेचन – क्रांति के अग्रदूत डॉ. बाबासाहब अंबेडकर – डॉ. गिरीश रोहित
परिचय – भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर और संविधान – डॉ. धीरज वणकर
पुस्तक चर्चा – महानायक बाबा साहेब डॉ. आम्बेडकर(उपन्यास- मोहनदास नैमिशराय) – विमलकुमार चौधरी
खण्ड-2
शब्द संज्ञान – युग्म शब्द – डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र
व्याकरण विमर्श – वाक्य परिचय – डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र
कहानी – प्यास – डॉ. मंजु शर्मा
संस्मरण – जब मुझे अँगूठी बेचनी पड़ी – इन्द्रकुमार दीक्षित
कविता – समय बदल रहा है – डॉ. माया प्रकाश पाण्डेय
कहानी – पौधों की वेदना – मालिनी त्रिवेदी पाठक
लघुकथा – महफूज़ – डॉ. मुक्ति शर्मा
इस विषय पर जो कार्य हुआ है वह उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्य है।
जवाब देंहटाएंयों तो 'शब्द सृष्टि' का हर अंक ही पठनीय और मननीय होता है, लेकिन युगपुरुष बाबा साहेब अंबेडकर पर प्रस्तुत विशिष्ट सामग्री ने इस अंक को सचमुच संग्रहणीय बना दिया है। हार्दिक बधाई!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंशब्द सृष्टि" का अप्रैल का अंक बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर के विशेष योगदान पर केंद्रित है। बाबा साहेब एक महापुरुष, विधिवेत्ता थे जिन्होंने समाज की मुख्य धारा से सदियों पददलित ऐसे वर्गों के उत्थान के लिए साधना की, खुद अपमानित हुए, विरोध सहा मगर उन्हें न्याय दिलाने में काफी हद तक सफल रहें | ऐसे महान व्यक्तित्व पर विशेषांक पूरे निकाल कर उनके योगदान पर प्रकाश डालना बेहद प्रशंसनीय है।
जवाब देंहटाएंमुकेश चौधरी शोधार्थी हिंदी
धन्यवाद आदरणीय
जवाब देंहटाएंपठनीय, मननीय अंक, हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंएक अच्छा अंक हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंअम्बेडकर जी को साहित्य का यह पुण्य स्मरण है।
शुभकामनाएँ।
कृपया गद्य और पद्य का संतुलन बनाएँ तो अंक और प्रभावकारी होगा।