मंगलवार, 30 मई 2023

हाइकु

 



गुजरात गौरव

डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा

1

सबको भाती

गुजराती महक

विश्व-विख्यात ।

2

सत्य, अहिंसा

गूँजती रामधुन

हर दिल में।

3

अडिग श्रद्धा

कृपालु सोमनाथ

युगों-युगों से ।

4

पावन भूमि

सबको अपनाए

कान्हा भी आए ।

5

है आलोकित

गर्वित गुजरात

स्नेह रश्मि से ।

6

मात नर्मदा

जीवन संजीवनी

रहें सर्वदा ।

7

बुनती रहे

रंग भरे सपने

शुभ्र कपास ।

8

आस्था दीपक

रंगीला गुजरात

गरबा घूमे।


 


डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा

वापी (गुजरात)

2 टिप्‍पणियां:

  1. गुजरात की महक से भीगे सुंदर हाइकु। हार्दिक बधाई। सुदर्शन रत्नाकर

    जवाब देंहटाएं

सितंबर 2025, अंक 63

  शब्द-सृष्टि सितंबर 2025 , अंक 63   विचार स्तवक आलेख – विश्व स्तर पर शक्ति की भाषा बनती हिंदी – डॉ. ऋषभदेव शर्मा कविता – चाय की चुस्की म...