मंगलवार, 4 जनवरी 2022

जनवरी – 2022, अंक – 18

 


शब्द सृष्टिजनवरी – 2022, अंक – 18

 विश्व हिन्दी दिवस एवं गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाओं सहित

नववर्ष का प्रथम उपहार.....


विचार स्तवक

शब्द संज्ञान

हिन्दी के अन्य नाम

पहेलियाँ – मनोविनोद और दिमागी व्यायाम की उक्तियाँ : पहेलियाँ

परिचय – भवानी दयाल संन्यासी – डॉ. हसमुख परमार

आलेख – प्रवासी हिन्दी साहित्य के प्रमुख हस्ताक्षर अभिमन्यु अनत – डॉ. पूर्वा शर्मा

कविता – मातृभाषा – सत्या शर्मा ‘कीर्ति’

गणतंत्र-दिवस पर विशेष – 

1. भारतीय गणतंत्र दिवस : एक सुखद अनुभूति – डॉ. मदनमोहन शर्मा

2. गणतंत्र दिवस – अनिता मंडा

लघुकथा – भिखारी – प्रीति अग्रवाल

गीत – 1. सुनो प्रार्थना हे प्रभु मेरी ! 2.फिर उड़ान भर पँछी – डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा

आलेख – राजस्थानी लोकगीतों में प्रेम निरूपण – जालम सिंह राजपुरोहित

कविता – 1. अभिनन्दन कर लें 2. दर्प – डॉ. सुरंगमा यादव

रचना से गुजरते हुए   

1. बादल को घिरते देखा है (कविता – नागार्जुन) – डॉ. हसमुख परमार

2. बावली (कहानी – नासिरा शर्मा) – साइनबानुं मोरावाला

हाइकु – मकर संक्रांति – डॉ. पूर्वा शर्मा

औपन्यासिक जीवनी – काल के कपाल पर हस्ताक्षर : हरिशंकर परसाई (भाग – 5) – राजेन्द्र चंद्रकांत राय

6 टिप्‍पणियां:

  1. एक अच्छा संतुलित अंक जिसके सभी स्तंभ अपनी गरिमा के साथ अभिव्यक्त हैं। सभी रचनाकारों एवं संपादकीय टीम को हार्दिक बधाई।

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  2. अंक की विषय वस्तु और सजावट बहुत ही आकर्षक। डॉ. पूर्वा शर्मा तथा प्रो. हसमुख सर को हार्दिक बधाई🙏💐
    Vicky

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  3. इस अंक की विषय वस्तु और सजावट बहुत ही आकर्षक और बढ़िया है डॉ शर्मा और प्रोफेसर हसमुख परमार सर को हार्दिक बधाई आप ऐसी रचना करते रहे।

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  4. शब्द सृष्टि....
    पढ़ते हैं एक बार पर देखते हैं बार बार....
    सुन्दर। अतिसुंदर।
    बधाई💐🙏
    अतुल

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  5. पूर्ववत ....सुन्दर, सारगर्भित, रोचक पठनीय सामग्री उपलब्ध कराता अनुपम अंक। सम्पादन मंडल को हार्दिक बधाई।

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फरवरी 2025, अंक 56

  शब्द-सृष्टि फरवरी 202 5 , अंक 5 6 परामर्शक की कलम से : विशेष स्मरण.... संत रविदास – प्रो.हसमुख परमार संपादकीय – महाकुंभ – डॉ. पूर्वा शर्...