शनिवार, 29 जून 2024

वाक्य विचार


 आप नहीं समझे

डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र

आप नहीं समझे।

आपने नहीं समझा।

सही क्या है?

पहले तो मैं भी सोच में पड़ गया कि इसका उत्तर क्या दिया जाए!

इसमें तो कोई शंका नहीं कि ये दोनों वाक्य सही हैं।

परंतु प्रश्न यही कि ये दोनों वाक्य सही कैसे हैं?

ऐसे प्रश्न आने पर मेरी चेतना विशेष रूप से सक्रिय हो जाती है।

परमात्मा की कृपा से बहुत सोचने पर इस प्रश्न का उत्तर मिल गया है। वह आप लोगों के सामने रख रहा हूँ -

जैसे पढ़ना क्रिया मूलतः सकर्मक है। परंतु उसका एक संदर्भ अकर्मक का भी है।

हिन्दी ही नहीं हमारी सभी भाषाओं में अंग्रेजी के अनेक संदर्भ घुले मिले हैं।

अंग्रेजी के उन संदर्भों के आधार पर हम हिन्दी की समस्याओं को समझ सकते हैं।

अंग्रेजी के स्टडी शब्द का भी अर्थ पढ़ना होता है तथा रीड शब्द का भी अर्थ पढ़ना होता है।

स्टडी के अर्थ में पढ़ना क्रिया अकर्मक होती है तथा रीड के अर्थ में पढ़ना क्रिया सकर्मक होती है।

ऐसे ही अंग्रेजी के 'परसीव' शब्द के अर्थ में समझना क्रिया अकर्मक है।

पहले वाक्य (आप नहीं समझे) में समझना क्रिया परसीव के अर्थ में है। यानी अकर्मक है। इसलिए कर्ता के साथ ने परसर्ग नहीं लगा है।

दूसरे वाक्य (आपने नहीं समझा) में समझना क्रिया अंग्रेजी के 'अंडरस्टैंड' के अर्थ में है। यानी सकर्मक है।

इसलिए उसके साथ ने परसर्ग लगा है।

डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र

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