डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र
1
काला,
लाल, हरा जैसे रंगबोधक शब्द तथा एक दो तीन चार ... जैसे संख्याबोधक शब्द व्याकरण की
भाषा में संज्ञा हैं या विशेषण?
सामान्यतः लोग कहेंगे विशेषण।
परंतु मेरे मन में कुछ दूसरा ही विचार आता है।
मूलतः ये संज्ञा शब्द हैं।
कैसे?
काला,
लाल, हरा अलग-अलग रंगों के नाम हैं।
एक दो तीन चार अलग-अलग संख्याओं के नाम हैं।
नामबोधक शब्द संज्ञा कहे जाते हैं।
इसमें तो किसी को शंका नहीं होगी।
ये ही शब्द जब किसी संज्ञा के साथ प्रयुक्त होते हैं,
तब विशेषण की भूमिका में आ जाते हैं।
काला घोड़ा
हरी घास
एक केला
दो आम
मुझे लगता है, विशेष्य के संदर्भ से कोई शब्द विशेषण होता है।
जैसे यह/वह शब्द सर्वनाम हैं।
परंतु -
यह लड़का
वह आदमी
यहाँ लड़का और आदमी के संदर्भ से यह/वह सार्वनामिक विशेषण की भूमिका में हैं।
आप भी विचार करें।
***
2
पिता ने मारा तो करण
रोने लगा।
प्रश्न है -
यह कौन-सा वाक्य है -
१,
मिश्र वाक्य, २. सरल वाक्य, ३. संयुक्त वाक्य, ४. विधानवाचक वाक्य।
प्रश्नकर्ता ने मिश्र
वाक्य को सही उत्तर माना है।
मैंने कारण पूछा तो
प्रश्नकर्ता ने तरह-तरह के उत्तर दिए और अंत में कहा कि आप ही बता दीजिए।
मैंने जो उत्तर दिया
वह यहाँ पोस्ट के रूप में दे रहा हूँ।
आप लोग विचार करें।
कुछ असंगति हो तो बताएँ।
मैं आप ही से उत्तर
निकलवाना चाहता था।
आपने मिश्र वाक्य
माना है।
मैं यह जानना चाहता
था कि आपने मिश्र वाक्य क्यों माना है।
यही जानने के क्रम
में संवाद लंबा हो गया।
आपने मुझसे उत्तर
माँगा है।
मेरा उत्तर -
पिता ने मारा तो करण
रोने लगा।
यह संयुक्त वाक्य है।
कैसे?
संयुक्त वाक्य में दो
उपवाक्यों को जोड़ने वाले समुच्चयबोधक अव्यय कई प्रकार के होते हैं।
'तो'
कार्य और परिणाम बताते वाला अव्यय है।
दिए गए संयुक्त वाक्य
के दो उपवाक्य हैं -
पिता ने मारा।
(कार्य)
करण रोने लगा।
(परिणाम)
ये दोनों उपवाक्य 'कार्य और परिणाम' के संबंध से 'तो' योजक द्वारा जुड़े हैं।
'पिता
ने मारा'
तथा 'करण रोने लगा' ये दो स्वतंत्र वाक्य हैं, अलग-अलग घटनाओं (कार्यों) को व्यक्त करते हैं।
'तो'
योजक (समुच्चयबोधक) इन दोनों वाक्यों को कार्य तथा परिणाम
के संबंध से जोड़ कर संयुक्त वाक्य बनाता है।
डॉ. योगेन्द्रनाथ
मिश्र
40, साईंपार्क
सोसाइटी,
वड़ताल रोड
बाकरोल-388315,
आणंद (गुजरात)
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