सोमवार, 24 अक्तूबर 2022

लघुकथा

 


खाँचा

सत्या शर्मा कीर्ति’

अखबार का मुख्यपृष्ठ बड़े अभिनेता की आत्महत्या की खबर से भरा पड़ा था ।

मन गहरी संवेदना से भर गया प्रिया का। पीड़ा की एक लहर-सी जैसे दिल में समा गई। वह एक-एक लाइन ध्यान से पढ़ती रही । लगा जैसे कोई अपना ही बिछुड़ गया हो ।आँखें बार - बार डबडबा रही थी,  अंदर के भी कई पन्नों पर उसी खबर की चर्चा और पड़ताल थी।

पढ़ते-पढ़ते बीच के पन्ने पर छोटे से कोने में जैसे एक अवांछित से समाचार पर उसकी नजर गयी । उसके ही शहर में एक गरीब परिवार के सभी सदस्यों ने आत्महत्या कर ली थी ।

उसके मुँह से अनायास निकला “ओह .. लॉकडाउन का एक असर यह भी।”

फिर एक सरसरी निगाह डाल उसने पन्ने पलट दिए।


 

सत्या शर्मा कीर्ति’

राँची (झारखंड)

1 टिप्पणी:

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