शुक्रवार, 4 मार्च 2022

हाइकु

 


त्रिनेत्रधारी

डॉ. लता अग्रवाल ‘तुलजा’

1

शक्ति अपार

माथ चंद्र मुकुट

भुजंग हार

2

त्रिनेत्रधारी

जग पालनहार

करो उद्धार

3

भक्त वत्सल

शैलसुता पूजती

अद्भुत रूप

4

वो जटाजूट

शीश गंगा बहाए

वो कालकूट

5

ढोल बजाते

शिव बारात चली

संगी भिन्नाते 

 

होली

1

वसन्त आया

पीली पगड़ी बाँधे

फागुन गाया

2

उत्सव होली

बहकते कदम

हवा अबीरी

3

गूँजे फगुवा

भंग की तरंग में

नाचे मनवा

4

फूलों की होली

बरसाने की गोरी

ग्वालों की टोली

5

करे ठिठोली

मदमस्तों की टोली

बसंती होली 



 

डॉ. लता अग्रवाल ‘तुलजा’

भोपाल

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