अक्षर, वर्ण तथा ध्वनि
डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र
‘अक्षर’ शब्द का अर्थ है, जिसका क्षरण नहीं होता, जिसका नाश नहीं होता, जो शाश्वत है वह।
भारतीय परंपरा में ब्रह्म के लिए अक्षर शब्द का प्रयोग होता है। धर्म/दर्शन/अध्यात्म का यह बहुप्रचलित शब्द है।
अक्षर शब्द का प्रयोग हिंदी व्याकरण तथा भाषाविज्ञान में भी होता है। हम यहाँ
उसी की चर्चा करेंगे।
अक्षर शब्द का प्रयोग हिंदी में दो
अर्थों में/ दो संदर्भों में होता है -
1 अंग्रेजी के लेटर (वर्ण) के पर्याय के रूप में तथा 2.
अंग्रेजी के सिलेबल के पर्याय के रूप में।
सामान्य प्रयोग के स्तर पर वर्ण तथा अक्षर दोनों पर्याय हैं। समानार्थक हैं।
जैसे ‘क’ को हम वर्ण भी कहते हैं तथा अक्षर भी कहते हैं।
ऐसा प्रयोग सामान्य व्यवहार में होता है तकनीकी अर्थ में नहीँ।
हम जानते हैं ध्वनि का लिखित रूप वर्ण है। अक्षर शब्द का प्रयोग वर्ण के
समानार्थक रूप में होता है। यह समझने में कोई कठिनाई नहीं।
अब अंग्रेजी के सिलेबल के समानार्थक रूप में अक्षर की बात करते हैं।
भाषाविज्ञान में एक तथा एक से अधिक ध्वनियों के ऐसे गुच्छ (समूह) को सिलेबल
कहते हैं,
जिनका उच्चारण एक इकाई के रूप में एक साथ होता है।
ध्यान देने की बात है कि
1. एक अक्षर में अनिवार्य रूप से एक स्वर होता है और एक ही
स्वर होता है। यानी कि एक अक्षर में एक से अधिक स्वर नहीं हो सकते।
2. एक अक्षर बिना व्यंजन का हो सकता है। लेकिन स्वर के बिना
अक्षर नहीं बन सकता। साथ ही एक अक्षर में एक से अधिक भी व्यंजन हो सकते हैं।
जैसे - आप,
हम, तू,
तुम, मैं,
कौन, कब 1-1 अक्षर के शब्द है। इन
शब्दों की ध्वनियाँ एक इकाई के रूप में एक साथ उच्चरित होती हैं। इन शब्दों
में सिर्फ एक ही स्वर उच्चरित होता है।
इन शब्दों में वर्ण कई हैं। ध्वनियाँ भी कई हैं। परंतु अक्षर एक। भाषाविज्ञान
में इन्हें एकाक्षरी शब्द कहा जाता है।
वैसे तो ‘हम’ शब्द में दो ‘अ’ (स्वर)
हैं। लेकिन ‘म’ के ‘अ’ का उच्चारण नहीं
होता। यानी सिर्फ ‘ह’ के ‘अ’ का
उच्चारण होता है। इस तरह ‘हम’ शब्द में एक ही स्वर है।
यह विषय अवधारणामूलक है। इसे अधिक समझने-समझाने के लिए विस्तार की जरूरत है।
यहाँ एक और बात ध्यान देने की है।
व्यवहार में वर्ण तथा अक्षर दोनों समानार्थक तो लगते हैं।
परंतु दोनों में एक अंतर भी है।
स्वर वर्ण तो अक्षर होते ही हैं।
व्यंजन वर्ण स्वर रहित तथा स्वर सहित दोनों होते हैं।
परंतु अक्षर स्वर सहित व्यंजन ही होते हैं।
स्वर रहित व्यंजन वर्ण अक्षर नहीं होते।
क अक्षर है।
परंतु क् अक्षर नहीं है। कारण कि क् स्वर रहित है।
परंतु क् वर्ण है।
डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें