सुरेश चौधरी ‘इंदु’
गुण गहन दनुज वन कर दहन, श्री गोविन्द आनंद दाता।
हे अविनाशी सकल गुण राशि, अनंत भगवंता अधिष्ठाता॥
रमा स्वामी यम
त्रास हर्ता,
भुवनाभिराम श्री
हरि कर्ता।
व्यक्तवामन अतिपावन विभो,प्राकट्य प्राकृत प्रवृति भर्ता।।
नीलोत्पल आभा श्यामवदन, राजीव लोचन अतिकृपाला।
किंजल्क
पीताम्बर धार कर,
शंख चक्र सारंग
विशाला।।
कौमौद गदा भयावह धरे, कालिया अज दमन कंस हनन।
हे करुणाधाम कर्षण कृष्ण, स्वामी आप दुष्ट दनुज दलन।।
पूर्ण ब्रह्म चराचर
अविनाशी, ज्ञानस्वरूप परम हितैषी।
इन्द्रियातीत गुण वृत्ति हरण, भक्तभक्ति प्रिय कामधेनु-सी।।
दुर्घट विकट विपत्ति हरण प्रभु,
राम राघव माधव बिहारी।
‘इन्दु’ के रक्षक विश्व पालक, सुखद राघवेंद्र पाप हारी।।
सुरेश चौधरी ‘इंदु’
एकता हिबिसकस
56
क्रिस्टोफर रोड
कोलकाता 700046
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