खुदा का शुक्र
है कि इंसान उड़ नहीं सकते, वरना आसमान और धरती
दोनों को ही बर्बाद कर देते ।
–
हेनरी डेविड थॉरो
पृथ्वी सभी मनुष्यों
की जरूरत पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है,
लेकिन लालच पूरा करने के लिए नहीं ।
–
महात्मा गाँधी
हवा और पानी,
जंगल और जानवर को बचाने वाली योजनाएँ दरअसल इंसान को बचाने की
योजनाएँ हैं।
–
स्टीवर्ड उडैल
जो पुरुष
अपने कर्मफल के प्रति अनासक्त है और अपने कर्तव्य का पालन करता है,
वहीं संन्यासी और वास्तविक योगी है।
–
गीता
जीवन के हर क्षेत्र में, एक नए स्तर
के संतुलन और क्षमता को प्राप्त करना योग है।
–
सद्गुरु जग्गी वासुदेव
समस्त जीवन
ही योग है।
–
श्री अरविन्द
जिन-जिन
साधनों से आत्मा की शुद्धि और मोक्ष का उपाय होता है, उन सब साधनों को योग कह सकते हैं।
–
श्री
यशोविजयकृता द्वात्रिंशिका 10/1
विचार कर्म का
बीज है।
– एमर्सन
जहाँ परिश्रम
थक जाता है, बुद्धि काम नहीं करती, वहीं से भाग्य शुरू होता है।
– ओशो रजनीश
बातचीत में
जैसे मौन भी बोलता है, वैसे ही भाषा में शब्दों का अभाव भी बोलता है।
–
जैनेन्द्रकुमार
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