चित्र - प्रशांत बिस्वास
चित्र - सुरुचि सोनी
बहुत अच्छी हाइगा । कम शब्दों में पूरी सारगर्भित बात
बहुत ही संक्षिप्त मगर मार्मिक पंक्तियां जैसे गागर में सागर भर दिया बहुत बढ़िया पूर्वा जी. भरत वणकर पीएचडी शोध छात्र.
बहुत सुन्दर हइगा, बधाई.
दोनो हाइगा बहुत सुंदर।बधाई डॉ. पूर्वा शर्मा जी।
बहुत ही सुन्दर Ma'am. ☺
बहुत सुन्दर हइगा पूर्वा जी.. बधाई आपको!
दोनों हाइगा बहुत सुंदर। बधाई पूर्वा जी।
बहुत सुन्दर हाइगा पूर्वा जी !
प्रशांत और सुरुचि के चित्र भी आकर्षक है ।
सुन्दर
शब्द-सृष्टि फरवरी 202 5 , अंक 5 6 परामर्शक की कलम से : विशेष स्मरण.... संत रविदास – प्रो.हसमुख परमार संपादकीय – महाकुंभ – डॉ. पूर्वा शर्...
बहुत अच्छी हाइगा । कम शब्दों में पूरी सारगर्भित बात
जवाब देंहटाएंबहुत ही संक्षिप्त मगर मार्मिक पंक्तियां जैसे गागर में सागर भर दिया बहुत बढ़िया पूर्वा जी. भरत वणकर पीएचडी शोध छात्र.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हइगा, बधाई.
जवाब देंहटाएंदोनो हाइगा बहुत सुंदर।बधाई डॉ. पूर्वा शर्मा जी।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर Ma'am. ☺
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जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हइगा पूर्वा जी.. बधाई आपको!
दोनों हाइगा बहुत सुंदर। बधाई पूर्वा जी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर हाइगा पूर्वा जी !
जवाब देंहटाएंप्रशांत और सुरुचि के चित्र भी आकर्षक है ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर
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