गुरु
डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र
गुरु शब्द विशेषण भी है तथा संज्ञा भी है।
गुरु - भारी
(विशेषण)
आकारान्त विशेषण शब्दों के अलावा शेष विशेषण शब्द लिंग के दायरे में नहीं आते।
गुरु - आचार्य शिक्षक
(संज्ञा)
गुरु सामान्यतः कोई पुरुष होता है।
परंतु गुरु कोई स्त्री भी हो सकती है।
परंतु गुरु शब्द तो दोनों स्थितियों में पुल्लिंग ही रहेगा।
हाँ,
किसी स्त्री के लिए गुरु शब्द प्रयोग होने पर विशेषण तथा
क्रिया स्त्रीलिंग में होती है।
राधे माँ मेरी गुरु थीं।
नारायण स्वामी मेरे गुरु थे।
गुरु का स्त्रीलिंग
गुरु शब्द के दो स्त्रीलिंग शब्द प्रचलित हैं - गुरुआइन तथा गुरुआनी।
ये दोनों शब्द गुरु की पत्नी तथा किसी स्त्री गुरु दोनों के लिए चलते हैं।
फिर भी स्त्री गुरु के लिए गुरुआनी/गुरुआइन की तुलना में सामान्यतः गुरु शब्द
ही चलता है।
स्त्री गुरु के लिए गुरुआनी/गुरुआइन का प्रयोग अच्छा (मर्यादित) नहीं माना
जाता।
राधे माँ मेरी गुरुआनी/गुरुआइन हैं।
यह कहने के बजाय
राधे माँ मेरी गुरु हैं।
यह कहना अधिक मर्यादित माना जाता है।
डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र
40,
साईंपार्क सोसाइटी, वड़ताल रोड
बाकरोल-388315,
आणंद (गुजरात)
ज्ञानप्रद माहिती
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