शुक्रवार, 28 मई 2021

विचार स्तवक

 


 




हास्य, प्रेम की भाषा है। होमर

 

अगर मुझमें हमेशा हास्य की भावना नहीं होती तो ना जाने मैं कब का आत्महत्या कर लेता। महात्मा गाँधी

 

आपकी मुस्कान आपके चेहरे पर भगवान के हस्ताक्षर हैं, उसे अपने आँसुओं से धुलने या क्रोध से मिटने ना दें। ब्रह्माकुमारी शिवानी

 

हमेशा दूसरों को प्रसन्न रखने की बात सोचते रहो। इस नुस्खे से तुम चौदह दिनों में स्वस्थ हो जाओगे। एलफ्रेड एडलर

 

आशा, बिन फूल के मधु बनाने  वाली मधुमक्खी है। ईगरसोल

 

आरोग्य –  यह मात्र शरीर का ही नहीं बल्कि आत्मा का भी आभूषण है। टेनिसन

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