रविवार, 30 नवंबर 2025

संपादकीय

प्रस्तुत अंक.....

बतौर संकलनकर्ता, संपादक व थोडे-बहुत लेखक, यह कहने में तनिक भी संकोच नहीं कि बहुविध तथ्यों-प्रसंगों-सूचनाओं के संकलन, बृहद् संपादन तथा स्तरीय शोध-समीक्षा  व लेखन की दृष्टि से शब्दसृष्टि का यह 65 वाँ अंक कुछ ख़ास नहीं, लेकिन अंक के लिए चयनित व अंक में निरूपित विषय, अंक-विशेषांक तैयार करने का निमित्त तथा प्रस्तुत अंक की वर्तमान प्रासंगिकता को लेकर यह अंक बहुत ही ख़ास कहा जा सकता है। आजादी की लड़ाई में अपने नेतृत्व बल, अपने गाढ़े व व्यापक सामाजिक-राजनीतिक सरोकारों तथा एक राष्ट्र के निर्माण में-आधुनिक भारत के निर्माण में-एक और अखंड भारत के निर्माण में अपने महान योगदान से हम भारतवासियों के लिए स्वतंत्रता-सुरक्षा-एकता-अखंडता-समानता की एक ठोस ज़मीन व माहौल निर्मित करने वाले महान व्यक्तित्वों में एक महानतम व्यक्तित्व सरदार वल्लभभाई पटेल। इन दिनों देश व राष्ट्र की एकता के सूत्रधार सरदार पटेल की 150 वीं जन्म जयंती के निमित्त पूरा भारत इस राष्ट्रपुरुष को-भारतमाता के इस महान सपूत को विशेष रूप से याद कर रहा है। इस लौहपुरुष को स्मरण व वंदन करते हुए भारतवासी राष्ट्रीय उत्सव मना रहे हैं। गुजरात में तो इस उत्सव के रूप-रंग की चमक व आनंद कुछ ख़ास ही दिख रहे हैं, और यह स्वाभाविक भी है, क्योंकि – गुजरात उनकी जन्मभूमि, गुजरात में उनकी दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा, गुजरात में ही उनके नेतृत्व में बारडोली सत्याग्रह, जहाँ से वे देश-राष्ट्र के निर्माण-नेतृत्व के भी सरदारबने, गुजरात के अहमदाबाद नगरपालिका से ही इनके राजनीतिक कैरियर की शुरुआत हुई, जहाँ से आगे चलकर राष्ट्रनेता-देश के कद्दावर नेता के रूप में उनकी पहचान बनी, ऐसी महान शख्सियत को उनकी जन्म जयंती, और वो भी डेढ़ सौ वीं जयंती के अवसर पर व इसके उपलक्ष्य में हम भी शब्दसृष्टिके इस अंक के माध्यम से याद कर रहे हैं – उनके व्यक्तित्व, विचारों व कार्यों तथा उनसे संबंधित कुछ अन्य विषयों को लेकर कुछेक बिंदुओं व प्रसंगों को विविध स्रोतों से संकलित-संपादित तथा उन पर थोड़ा विचार-लेखन करके।

प्रस्तुत अंक को, उसके वस्तुगत आकार देने में हमने जिन स्रोतों-पुस्तकों से विविध अंशों-उद्धरणों को संकलित-उद्धृत किया है, उनमें –  सरदार वल्लभभाई पटेल: व्यक्ति एवं विचार[डॉ. एन. सी. मेहरोत्रा-डॉ. रंजना कपूर ], अखण्ड भारत के शिल्पकार: सरदार पटेल [हिंडोल सेनगुप्ता], सरदार वल्लभभाई-पहला भाग-जीवन चरित्र [ले. नरहरि द्वा. परीख, अनुवाद - रामनारायण चौधरी], महापुरुषों के अविस्मरणीय जीवन प्रसंग [पं. श्रीराम शर्मा आचार्य वाङ्मय], सवाया बिस्मार्क- लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल [गुजराती पुस्तक, ले. दिनेश प्र. देसाई ], सुपर हीरो सरदार,भारतना असली आयरन मेन  [गुजराती पुस्तक- ले. जय वसावड़ा] आदि पुस्तकें तथा कुछेक वेबसाइट मुख्य हैं। अंक की विषय वस्तु की आधार व सहायक रही इस सामग्री के लेखकों व संयोजकों-संपादकों के प्रति हम आभार ज्ञापित करते हैं।

अंत में, पुनश्च एक बार कि सरदार @150, मतलब-सरदार वल्लभभाई पटेल की डेढ़ सौ वीं जन्म जयंती का वर्ष, और इस वर्ष-विशेष के निमित्त सरदार पटेल के जीवनकाल सफ़र ए सरदारतथा उनके दिवंगत होने के बाद भी आज तक और आगे भी उनके प्रभाव व महत्त्व को बताते व उस पर विचार करते हुए सरदार स्मरण’- ‘सरदार वंदनसे भरा उत्सव विविध मंचों से, भारतीय जनों के मनों से विविध रूप में मनाया जा रहा है। हम भी इस विशेषांक के ज़रिए  एक छोटे स्तर पर – छोटे प्रयास से इस ‘सरदार उत्सव’ में शिरकत करते हुए अपने पाठकों को भी इसमें सम्मिलित कर रहे हैं।

****

प्रो. हसमुख परमार

जन्म :  27 जनवरी, 1975 बड़ौदा जिले के करजण तहसील का एक गाँव- देथाण(गुजरात)

शिक्षा : एम. ए. , पीएच.डी., नेट

लेखन-प्रकाशन :

  10 पुस्तकें

  50 शोध आलेख

शोध निर्देशन :

  पीएच. डी. - 7

  8 पीएच. डी. शोधार्थी कार्यरत

  एम. फ़िल. - 45

सम्प्रति : सरदार पटेल विश्वविद्यालय, वल्लभ विद्यानगर (गुजरात) के हिन्दी विभाग में प्रोफ़ेसर (फरवरी 2002 से)

विशेष :

परामर्शक : ‘शब्द सृष्टि’ वेब पत्रिका

(ब्लॉग – https://shabdsrushtihindi.blogspot.com/ )

विभाग एवं विश्वविद्यालय की विविध अकादमिक समीतियों में सदस्यता

संपर्क : डी- 43, यूनिवर्सिटी स्टाफ़ कॉलोनी, वल्लभ विद्यानगर – 388120 (गुजरात)

चलभाष : 09909035053

ई-मेल : hmparmar1975@gmail.com

****

डॉ. पूर्वा शर्मा

जन्म : 5 अक्टूबर, 1978  इंदौर (म.प्र.)

शिक्षा : एम. ए., पीएच.डी. (हिन्दी), डिप्लोमा इन आर्किटेक्चर, कंप्यूटर एवं वास्तु में सर्टिफिकेट कोर्स, योग शिक्षक कोर्स

सृजन-लेखन-प्रकाशन :

   5 पुस्तकें

   36 शोध आलेख

   17 पुस्तक समीक्षा

   विविध पत्रिकाओं एवं पुस्तकों में कविता, हाइकु, ताँका, चोका, सेदोका, माहिया, हाइबन, क्षणिका, लघुकथा, संस्मरण आदि से संबंधी अनेक रचनाएँ प्रकाशित

  यू ट्यूब चैनल ‘शब्द चितेरे’ एवं ‘कचनार’ से अनेक हाइकु और क्षणिकाओं का प्रसारण। 

सम्प्रति :

‘शब्द सृष्टि’ वेब पत्रिका

(ब्लॉग – https://shabdsrushtihindi.blogspot.com/) का संपादन

मेम्बर ऑफ़ बोर्ड ऑफ़ स्टडीज़ – एन. एस. पटेल आर्ट्स कॉलेज, आणंद (गुजरात)         

संपर्क :  201 एरीज-3, 42 यूनाइटेड कॉलोनी, नवरचना स्कूल के पास, समा, वड़ोदरा - 390 002 (गुजरात)

चलभाष :  09428174255

ई-मेल : purvacsharma@gmail.com   एवं  purvac@yahoo.com


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

नवंबर 2025, अंक 65

  शब्द-सृष्टि नवंबर 2025, अंक 65 सरदार @ 150 संपादक, संकलनकर्ता एवं लेखक : प्रो. हसमुख परमार, डॉ. पूर्वा शर्मा संपादकीय – प्रस्तुत अंक...