मन्नत के धागे
कंचन अपराजिता
मंदिर की दीवारों के
मुख्य द्वार के
बगल में
एक लोहे की फेंसिंग है
जिसमें मौली से
बँधे हुये हैं
अनेक लोगों के
मन्नत के धागे..
एक धागा
कहता है
एक गाथा
एक अधूरी इच्छा
एक अधूरी कहानी
एक न मुकम्मल हो पायी
ज़िंदगी की रवानी
हाँ! बँधे है सभी के
कुछ खास एहसास
भर कर
पूरी आस्था व विश्वास
कि पूर्ण हो जायेगें वो..
ईश्वर भक्ति में
क्या अद्भुत शक्ति है
मौली के धागे बाँध
अमीर गरीब
सुखी दुखी
स्त्री पुरुष
देशी परदेशी
सब ले जाते हैं
अपनी मन्नत
पूरी होने की आस..।
कंचन अपराजिता
चेन्नई
उम्मीद का चेहरा सुंदर होता है
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर। सुदर्शन रत्नाकर
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