शनिवार, 30 अगस्त 2025

गणपति वंदना

 

सुरेश चौधरी

 

आनंद करण दुखहरण, चरण धरूँ मैं माथ

जग  की  विपदा आ हरो, मंगलकारी नाथ

 

नाथ उमासुत विनिति मोर सुन लीजो ।

वंदन  प्रथम  करूँ चित्त  लेय, किरपा  मोपे कर दीजो

गजानन  गणपति  दुःखहर्ता,  विघ्नेश विघ्न हर लीजो

पाप घणो कीन्हो जग में आ, शंकरसुत यो विष पीजो

हे  बुद्धि के दाता विधाता,  गुण  पाऊँ  ऐसा  कीजो

विपदा हारी मंगल कारी,  पूर्ण जग सहारो  दीजो

हे  पार्वती के दुलारे आ,  मनोरथ पुरण कर लीजो

एकदंत  दयावन्त  गणेश, जगत  जीवन  तार  दीजो

इंदु  विपदा आई  घनेरी, आ प्रभु किरपा ऊलीझो

नाथ उमासुत विनिति मोर सुन लीजो ।



सुरेश चौधरी

एकता हिबिसकस

56 क्रिस्टोफर रोड

कोलकाता 700046

1 टिप्पणी:

  1. "...एकदंत दयावन्त गणेश, जगत जीवन तार दीजो

    इंदु विपदा आई घनेरी, आ प्रभु किरपा ऊलीझो..."
    🙏🏻😌

    जवाब देंहटाएं

अगस्त 2025, अंक 62

  शब्द-सृष्टि अगस्त 2025 , अंक 62 विशेषांक दिन कुछ ख़ास है! प्रसंगवश परामर्शक (प्रो. हसमुख परमार) की कलम से....  1. पुष्प और पत्थर की...