रविवार, 14 अप्रैल 2024

विचार बिंदु

 

 डॉ. बाबासाहब अम्बेडकर

 

Ø    किसी भी समाज की प्रगति का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि उस समाज में महिलाओं की कितनी प्रगति हुई है।

 

Ø    ज्ञान ही आद‌मी के जीवन की आधारशिला है।

 

Ø    मुझे वह धर्म पसंद है जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सिखाता है।

 

Ø    मैं ऐसी समाज रचना चाहता हूँ, जो समता, स्वतंत्रता भाईचारे की भावना से भरी हो ।

 

Ø    जात-पाँत के रहते, न समाज संगठित हो सकता है और न उसमें राष्ट्रीय भावना जागृत हो सकती है।

 

Ø    इस पूरी दुनिया में गरीब वही है जो शिक्षित नहीं है।

 

Ø    जीवन लम्बा होने के बजाय महान होना चाहिए।

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