शनिवार, 30 दिसंबर 2023

सृजन के स्वर

 



डॉ. सुधा गुप्ता - साहित्य जगत की एक  सफल साधिका

ज्योत्स्ना शर्मा प्रदीप

डॉ. सुधा गुप्ता जी एक प्रख्यात वरिष्ठ कवयित्री हैं। साहित्य-जगत में इनका  विशेष स्थान है।

साहित्य के प्रति ये सदैव कर्मशील रही हैं। जब मैं उनकी रचनाएँ पढ़ती हूँ तो न जाने किस दुनिया में खो जाती हूँ।

अनुभूति और अभिव्यक्ति, दोनों ही पक्षों में गहरी पकड़ है इनकी। कभी आप बोधगम्य भाषा को नवीन बिम्ब के परिधान में सजाकर हर सृजन को पर्व की तरह मनाती हैं तो कहीं आप यथार्थ के गहरे सागर से सजल अनुभूतियों को लाकर पीड़ा की रागिनी गाती हैं।

आपका हर विधा मे लिखा हर सृजन चाहे वो कविता, हाइकु, ताँका, सेदोका, चोका या हाइबन हो पाठक के लिए उपहार की तरह है। आपकी अनुपम रचनाएँ काव्य के महाकोष में नायाब रत्नों की तरह सदा संरक्षित रहेंगी और प्रकाशित करती रहेंगी भावनाओं से भरी भावी पीढ़ी के मार्ग को। यथार्थपरक और  कल्पनाशीलता युक्त अनुपम  रचनाओं की इस सफल साधिका को सादर नमन और वन्दन!

 



ज्योत्स्ना शर्मा प्रदीप

देहरादून

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

जुलाई 2025, अंक 61

  शब्द-सृष्टि जुलाई 2025 , अंक 61 परामर्शक की कलम से.... – ‘सा विद्या या विमुक्तये’ के बहाने कुछेक नये-पुराने संदर्भ..... – प्रो. हसमुख प...