पराजय
क्षणिक है, इसे सनातन बनाती है हताशा |
– लॉगफेलो
मैं ऐसे धर्म को मनाता हूँ जो स्वतंत्रता, समानता और भाई-चारा सिखाता है |
– डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर
नष्ट हुआ वैभव शरीर द्वारा पुनः प्राप्त किया जा सकता है लेकिन क्षीण हुआ
शरीर वैभव द्वारा पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता |
– संस्कृत सुभाषित
मनुष्य में देव और दानव दोनों का अस्तित्व है | देवता की प्राण प्रतिष्ठा और दानव का
नाश करने के लिए चलने वाला संघर्ष ही मानव जीवन है |
– जार्ज बर्नार्ड शॉ
सुंदर विचार।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा और सराहनीय कार्य किया है। मुझे पढ़ने में बहुत अच्छा लगा । मेरी सलाह है कि आप और ज्यादा विषयों पर कार्य करें ।
जवाब देंहटाएंनाम : सफीमहंमद चावडा (रोशन मेमोरियल हाईस्कूल, वडोदरा)
सुन्दर अंक हेतु हार्दिक बधाई पूर्वा जी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अंक। हार्दिक बधाई पूर्वा जी।
जवाब देंहटाएंसुन्दर विचार
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