1
किलोंले करें
दीप-शिखा आँगन
उजाला भरे ।
– रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
2
सजी रंगोली
सात रंगों वाली
आई दिवाली ।
– सुदर्शन रत्नाकर
3
आई दिवाली
अतिथि न समझो
सदा मनाओ।
– पुष्पा मेहरा
4
दीया औ’ बाती
अमा का स्याह तन
उजला बनाती ।
– कृष्णा वर्मा
5
पेट है भूखा
गरीब की कुटिया,
कैसी दिवाली?
– जेन्नी शबनम
6
खड़ा अकेला
सीमा पर सैनिक
तभी दिवाली ।
– रचना श्रीवास्तव
7
सूनी दिवाली
शहर में जा बसा
कुलदीपक ।
– प्रियंका गुप्ता
8
दीवाली पर्व
प्रकाश की विजय
अँधेरे पर ।
– डॉ. हरदीपकौर सन्धु
9
चुने बेरियाँ
शबरी प्रतिदिन,
आएँगे राम !
– प्रीति अग्रवाल
10
दीये ज्यों बिके
दिवाली है मनाई
चूल्हा जला के ।
– डॉ. पूर्वा शर्मा
दीपावली पर विविधता लिए, सुंदर, जगमगाते, हाइकु!!....पूर्वा जी आपको, सभी रचनाकारों को और पाठकों को दीपावली को अनेकों शुभकामनाएँ!!
जवाब देंहटाएंदीप पर्व पर उजास भरे बहुत खूबसूरत हाइकु...पूर्वा जी एवम सभी रचनाकारों को दीपोत्सव की अनंत शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंदीप पर्व के सुंदर हाइकु , बधाई ।
जवाब देंहटाएंसभी रचनाकारों को भी दीप पर्व की शुभकामनाएँ ।
विविध भावों को संजोए सुंदर हाइकु।
जवाब देंहटाएंपूर्वा जी अविस्मरनीय हाइकु संकलन के लिये आपको ढेर सारी बधाई -पुष्पा मेहरा
जवाब देंहटाएंजगमगाते हाइकु
जवाब देंहटाएंदीपावली के अवसर पर हाइकु संकलन के लिए बहुत बधाई पूर्वा जी. शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंCongratulations Purva Mam...☺
जवाब देंहटाएंमैं late wish कर रही हूँ इस लिए माफी चाहती हूँ
आप बहुत अच्छा काम कर कर रही हैं।
Bahut khoob
जवाब देंहटाएंDhnyavad
Rachana