अनुशासन और एकता ही किसी देश की ताकत होती है।
लाल बहादुर शास्त्री
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अंततः, वास्तविक अर्थों में शिक्षा सत्य की खोज है। यह ज्ञान और
आत्मज्ञान से होकर गुजरने वाली एक अंतहीन यात्रा है।
एपीजे अब्दुल कलाम
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मैं अपने नाम के आगे विद्यार्थी इसलिए जोड़ता हूँ;
क्योंकि मेरा मानना है कि मनुष्य जिंदगी भर सीखता रहता है,
हम विद्यार्थी बने रहते हैं।
गणेश शंकर विद्यार्थी
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जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते,
उन्हीं को क्रोध अधिक आता है।
रवींद्रनाथ टैगोर
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महात्मा गाँधी
·
बिना आदर्शों के मनुष्य पाल-रहित जहाज
के जैसा है ।
· सभी मजहब अच्छे हैं। विश्वास रखें कि
जितने भी धर्म हैं,
सब-के-सब ऊंचे
हैं। धर्म में कसर नहीं है। कसर है तो उनके आदमियों में है ।
· जो मनुष्य हम
में सोई हुई उत्तम भावनाओं को जाग्रत करने की शक्ति रखता है, वह कवि है ।
·
जहाँ सत्य का साम्राज्य है, वहाँ सफलता हाथ
बांधे खड़ी रहती है।
·
अहिंसा के बिना सत्य की खोज असंभव है ।
·
नैतिक बल के सामने पशु-बल की कोई कीमत
ही नहीं है ।
· अहिंसा उच्चतम कोटि का सक्रिय बल है।
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सरदार पटेल
· गुलामी और
अराजकता - दोनों में से अराजकता को चुनना अच्छा है । अराजकता के बाद भी स्वतंत्र
हिन्दुस्तान खड़ा हो जाएगा। मगर हमेशा के लिए गुलामी को स्वीकार करनेवाला
हिन्दुस्तान कभी खड़ा नहीं होगा ।
· भारतवासी आपका भविष्य
आपके भूत की तरह शानदार है। आप दुनिया में सबसे बड़ी पदवी हासिल कर सकते हैं ।
हमारे मुल्क में गाँधीजी जैसी हस्ती पैदा हुई । दुनिया भर के लोग उनके रास्ते पर
चल रहे हैं । और वही रास्ता सही है ।
·
सहिष्णुता अहिंसा का
प्राण है ।
· आप यह क्यों
समझती है कि आप अबला हैं ?
आप तो शक्ति
रूप हैं। अपनी माता के बिना कौन पुरुष पृथ्वी पर पैदा हुआ है ? आप अपनी दीनता
मिटाइए ।
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