रविवार, 29 अक्तूबर 2023

विचार स्तवक



अनुशासन और एकता ही किसी देश की ताकत होती है।

लाल बहादुर शास्त्री

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अंततः, वास्तविक अर्थों में शिक्षा सत्य की खोज है। यह ज्ञान और आत्मज्ञान से होकर गुजरने वाली एक अंतहीन यात्रा है।

एपीजे अब्दुल कलाम

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मैं अपने नाम के आगे विद्यार्थी इसलिए जोड़ता हूँ; क्योंकि मेरा मानना है कि मनुष्य जिंदगी भर सीखता रहता है, हम विद्यार्थी बने रहते हैं।

गणेश शंकर विद्यार्थी

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जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते, उन्हीं को क्रोध अधिक आता है।

रवींद्रनाथ टैगोर

 

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महात्मा गाँधी

·      बिना आदर्शों के मनुष्य पाल-रहित जहाज के जैसा है ।

·    सभी मजहब अच्छे हैं। विश्वास रखें कि जितने भी धर्म हैं, सब-के-सब ऊंचे हैं। धर्म में कसर नहीं है। कसर है तो उनके आदमियों में है ।

·     जो मनुष्य हम में सोई हुई उत्तम भावनाओं को जाग्रत करने की शक्ति रखता है, वह कवि है ।

·      जहाँ सत्य का साम्राज्य है, वहाँ सफलता हाथ बांधे खड़ी रहती है।

·      अहिंसा के बिना सत्य की खोज असंभव है ।

·      नैतिक बल के सामने पशु-बल की कोई कीमत ही नहीं है ।

·      अहिंसा उच्चतम कोटि का सक्रिय बल है।

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सरदार पटेल

·    गुलामी और अराजकता - दोनों में से अराजकता को चुनना अच्छा है । अराजकता के बाद भी स्वतंत्र हिन्दुस्तान खड़ा हो जाएगा। मगर हमेशा के लिए गुलामी को स्वीकार करनेवाला हिन्दुस्तान कभी खड़ा नहीं होगा ।

·    भारतवासी आपका भविष्य आपके भूत की तरह शानदार है। आप दुनिया में सबसे बड़ी पदवी हासिल कर सकते हैं । हमारे मुल्क में गाँधीजी जैसी हस्ती पैदा हुई । दुनिया भर के लोग उनके रास्ते पर चल रहे हैं । और वही रास्ता सही है ।

·      सहिष्णुता अहिंसा का प्राण है ।

·     आप यह क्यों समझती है कि आप अबला हैं ? आप तो शक्ति रूप हैं। अपनी माता के बिना कौन पुरुष पृथ्वी पर पैदा हुआ है ? आप अपनी दीनता मिटाइए ।

 


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