हिन्दी प्यारी है शुभकारी
हिन्दी प्यारी है शुभकारी ।
सबसे न्यारी मात हमारी ।।
इसकी माता सुर - भाषा है ।
जीवन की ये अभिलाषा है ।।
विमल सुहानी,सुभग पुनीता ।
बसती राधा इसमे सीता ।।
बिसरा देती , पीड़ा सारी ।
हिन्दी....
हिन्दी ध्याते तुलसी,मीरा ।
पोथी लिखते सूर, कबीरा ।।
विवेकानंद हिन्दी बोले ।
जग की आँखें हिन्दी खोले ।।
जग में जीती कब ये हारी!
हिन्दी.....
ये जोशीली सेना- दल में ।
जोश बढ़ाती ये पल- पल में ।।
कवियों की ये, कोमल बोली ।
केसर -खुशबू , मन में घोली ।।
पावनता मन, दिल में धारी ।
हिन्दी...
भाषा - मोती कितने सारे ।
हिन्दी- माला सबको धारे ।।
सब कुछ जाने गुरुवर माने ।
हिन्दी भाषी हम -दीवाने ।।
भोर- निशा सब,इस पर वारी।
हिन्दी......
जनम लिया या तन को तजते ।
इस भाषा से,हर पल सजते ।।
आँखें जागी चाहे सोती ।
भाषा तो बस हिन्दी होती ।।
कोमल शिशु की,ये किलकारी ।
हिन्दी....
भारत वासी इस पर वारे ।
जनम -जनम हैं मात सहारे ।।
छंद - तराने राग - सुहाने ।
सबको भाते मोहक गाने ।।
भाषा अपनी, हैं हितकारी ।
हिन्दी....
मान बढ़ाती, नाम बढ़ाती।
हिन्दी जग यश- गान बढ़ाती।।
इसके बिन तो, सब कुछ रीता।
हिन्दी ने इस, जग को जीता ।।
पलकें करें न, इसकी भारी ।
हिन्दी...
ज्योत्स्ना प्रदीप
जालंधर
पंजाब 14403
सुन्दर रचना के लिए ज्योत्स्ना जी को बधाई
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार आदरणीया!🙏
हटाएं'हिन्दी ध्याते तुलसी,मीरा ।
जवाब देंहटाएंपोथी लिखते सूर, कबीरा ।।'....वाह, हिंदी के महत्व को चित्रित करती सुंदर,सहज कविता।ज्योत्स्ना जी को बधाई।
हार्दिक आभार आपका आद.शिवजी श्रीवास्तव जी!
हटाएं🙏
उत्तम रचना के लिए हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंहृदय -तल से आभारी हूँ आदरणीया दी!🙏
हटाएंउत्तम रचना के लिए हार्दिक बधाई ज्योत्सना जी।
जवाब देंहटाएंउत्तम रचना के लिए हार्दिक बधाई ज्योत्सना जी।
जवाब देंहटाएंहिंदी पर सुंदर रचना ,बधाई ।
जवाब देंहटाएंदिल से धन्यवाद आद.भाईसाहब!
हटाएंमेरे गीत को यहाँ स्थान देने के लिए डॉ.पूर्वा जी का हृदय से धन्यवाद!🙏
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