विचार
स्तवक
1. हिन्दी हमारे देश और भाषा की प्रभावशाली विरासत है। - माखनलाल चतुर्वेदी
2. श्रुति-माधुर्य, ओज, कार्यशक्ति आदि में हिन्दी एक अनोखी भाषा है, ऐसी भाषा हमारा गौरव स्थल है। - डॉ. सुनीतिकुमार चटर्जी
3. सरलता, बोधगम्यता और शैली
की दृष्टि से विश्व की भाषाओं में हिन्दी महानतम स्थान रखती है। - अमरनाथ झा
4. परदेश में हिन्दी के दो
बोल, अपनेपन की महक के साथ सम्पूर्ण भारत की सैर कराते हैं । – डॉ. पूर्वा शर्मा
अपनी प्यारी हिन्दी-मात को हृदय से शत -शत नमन!
जवाब देंहटाएंअपना देश अपनी हिंदी को नमन ही नमन ,महान विभूतियों के सुन्दर विचारों की प्रस्तुति सराहनीय है |
जवाब देंहटाएंपुष्पा मेहरा